₹125 पर लिस्ट होकर ₹118.75 तक गिरा Jinkushal IPO, 65 गुना सब्सक्रिप्शन के बावजूद ऐसा क्यों हुआ?

जिनकुशल इंडस्ट्रीज़ का आईपीओ आज शेयर बाज़ार में लिस्ट हुआ, लेकिन इसने निवेशकों को उम्मीद के मुताबिक शुरुआत नहीं दी। बहुतों ने सोचा था कि यह धमाकेदार शुरुआत करेगा, लेकिन लिस्टिंग के कुछ घंटों में ही इसके शेयर दबाव में आ गए और नीचे सर्किट में फँस गए। चलिए ज़रा आसानी से समझते हैं कि इस स्टॉक ने क्या सफ़र तय किया और एक्सपर्ट्स इसके बारे में क्या कह रहे हैं।

लिस्टिंग की डिटेल

आज यानी 3 अक्टूबर को जिनकुशल इंडस्ट्रीज़ का शेयर बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ। लिस्टिंग प्राइस था 125 रुपये, जो कि इसके इश्यू प्राइस 121 रुपये से थोड़ा ही ज़्यादा था। शुरुआत में शेयर ने हल्की उठान दिखाई और 128 रुपये तक का हाई छू लिया। लेकिन उसके बाद माहौल बदल गया। ऊपरी स्तरों पर सेलिंग दबाव इतना बढ़ा कि शेयर लगभग 7% गिर गया और आखिरकार 5% लोअर सर्किट 118.75 रुपये पर फँस गया। यानी, लिस्टिंग दिन ही निवेशकों के लिए थोड़ा मायूस करने वाला रहा।

ग्रे मार्केट की डिटेल

शेयर मार्केट में किसी आईपीओ के आने से पहले ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) से अक्सर संकेत मिलता है कि लिस्टिंग कैसी होगी। जिनकुशल इंडस्ट्रीज़ का GMP अनुमान 17–21 रुपये था, और बाजार मान रहा था कि लिस्टिंग पर डबल-डिजिट यानी 10% से ज़्यादा फायदा मिलेगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। असली लिस्टिंग में सिर्फ़ मामूली प्रीमियम मिला और फिर शेयर नीचे खिसक गया। इसने साफ़ दिखा दिया कि ग्रे मार्केट की हर उम्मीद असल बाजार में पूरी हो जाए, ज़रूरी नहीं है।

विश्लेषकों की राय

आईपीओ की सब्सक्रिप्शन बेशक दमदार रही थी—25 से 29 सितंबर के बीच खुले इस इश्यू को 65 गुना से ज़्यादा लोगों ने खरीदा। कंपनी का बिज़नेस भी कागज़ पर अच्छा लग रहा है। साल 2025 की रेवेन्यू 380.6 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल से लगभग 60% ज़्यादा है। साथ ही कंपनी का प्रॉफिट 19.1 करोड़ रुपये रहा। लेकिन दिक्कत ये थी कि वैल्यूएशन पहले से ही महंगे चल रहे थे, करीब 24 गुना पी/ई पर। यही वजह रही कि बाज़ार ने लिस्टिंग के बाद ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया।

INVasset PMS के हर्षल दासानी का मानना है कि हालांकि इस स्टॉक की शॉर्ट–टर्म पिक्चर फिलहाल बहुत अच्छी नहीं दिख रही, लेकिन लम्बे समय के लिए यह कंपनी मजबूत साबित हो सकती है। वे कहते हैं कि तेजी से बढ़ता कारोबार और जिस सेक्टर में कंपनी काम करती है, वहां भविष्य अच्छी संभावनाएं रखता है। यानी, जो निवेशक थोड़े उतार–चढ़ाव झेल सकते हैं, उन्हें आगे फायदा मिल सकता है।

आगे का रास्ता

फिलहाल ये साफ है कि जिनकुशल इंडस्ट्रीज़ का आईपीओ लिस्टिंग गेन के लिहाज़ से निराशाजनक रहा। छोटे समय में शायद इसमें बड़ा मुनाफा निकालना मुश्किल हो, लेकिन लॉन्ग–टर्म निवेशकों के लिए ये कंपनी मौका दे सकती है। इसका असर अब इस बात पर होगा कि कंपनी आने वाले सालों में अपनी कमाई कितनी तेज़ी से बढ़ा पाती है और उसका सेक्टर कैसा प्रदर्शन करता है।

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