विंड एनर्जी यानी पवन ऊर्जा से जुड़ी दो बड़ी कंपनियां हैं Suzlon Energy vs Inox Green Energy। ये दोनों देश में साफ-सुथरी और सस्ती बिजली बनाने का काम कर रही हैं। हालांकि, दोनों ही कंपनियां रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन हाल के वक्त में इनॉक्स ग्रीन एनर्जी ने खासा ध्यान खींचा है। चलिए, जानते हैं इनके शेयर और कारोबार का क्या हाल है।
Inox Green Energy की स्थिति कैसी है?
सितंबर 2025 तक इनॉक्स ग्रीन एनर्जी के शेयरों ने काफी तेजी दिखाई है। सिर्फ एक महीने में इसके शेयर लगभग 38% तक बढ़े। पिछले छह महीने में इस कंपनी के शेयर धारकों को 64% से ज्यादा मुनाफा मिला है। ये बढ़त इसके नए प्रोजेक्ट्स और बढ़ती कमाई की वजह से हुई है, जिससे निवेशकों का विश्वास कंपनी पर बढ़ा है।
मार्च 2025 तक कंपनी ने करीब 205 करोड़ रुपये की कमाई की, जो पिछले साल से काफी ज्यादा है। मुनाफा भी बढ़कर 38.5 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछली बार ये सिर्फ 11.5 करोड़ था। कंपनी ने हाल ही में 182 मेगावाट का नया पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट भी हासिल किया है, जो आगे बढ़ने की दिशा में बड़ा कदम है।
इसके अलावा, कंपनी का EPS (कमाई प्रति शेयर) भी बढ़ा है और पूरे साल की कमाई 280 करोड़ रुपये के करीब पहुंच गई। प्रमोटर्स के पास कंपनी का 55.97% हिस्सा है, विदेशी निवेशकों के पास 7.18% है, और आम निवेशक 35.51% शेयर रखते हैं। म्यूचुअल फंड्स में भी इसमें निवेश बढ़ रहा है, जो इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
Suzlon Energy की स्थिति कैसी है?
जहां इनॉक्स ने तेज़ी दिखाई, वहीं सुजलॉन के शेयरों ने अब तक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। 2025 में इसके शेयर लगभग 1.5% नीचे रहे। पिछले साल सुजलॉन ने 113% का अच्छा रिटर्न दिया था, लेकिन इस साल शेयर 31.57% तक गिर गए।
फिर भी, सुजलॉन ने 2025 की आखिरी तिमाही में 3,774 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 1,181 करोड़ रुपये का मुनाफा बताया, जो पिछले साल से 365% ज्यादा है। पूरे साल कंपनी का मुनाफा 2,072 करोड़ रुपये रहा और कमाई 10,851 करोड़ तक पहुंची। बड़े ऑर्डर भी कंपनी के पास हैं, जो 5.6 गीगावाट तक पहुंच चुके हैं, जो भविष्य के लिए अच्छा संकेत है।
क्या कहती हैं एक्सपर्ट्स?
विशेषज्ञों का मानना है कि इनॉक्स ग्रीन एनर्जी का बिजनेस मॉडल मजबूत है और उसकी तेजी में नए प्रोजेक्ट्स व बढ़ती कमाई का बड़ा हाथ है। ये कंपनी निवेश के लिए बेहतर विकल्प बनती जा रही है। सजलॉन भी पवन ऊर्जा सेक्टर की पुरानी और बड़ी कंपनी है, लेकिन फिलहाल इनॉक्स की तेज़ी के सामने उसकी पकड़ कमजोर दिख रही है।
क्या कहना है निवेशकों के लिए?
अगर आप पवन ऊर्जा में निवेश करना चाहते हैं, तो इनॉक्स ग्रीन एनर्जी फिलहाल ज़्यादा आकर्षक लगती है। इसकी कमाई, मुनाफा और नए प्रोजेक्ट्स इसे भविष्य के लिए बेहतर विकल्प बनाते हैं। सजलॉन भी अपने बड़े ऑर्डर्स और मजबूत आधार के चलते महत्वपूर्ण कंपनी है, लेकिन निवेशकों की नज़र अभी इनॉक्स की तरफ ज़्यादा लगी है। तो कुल मिलाकर, भारत की विंड एनर्जी इंडस्ट्री में ये दोनों कंपनियां बड़ी भूमिका निभा रही हैं, लेकिन इनॉक्स ग्रीन एनर्जी ने अभी बाजार में ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं।