Utkarsh Small Finance Bank के बोर्ड ने हाल ही में 950 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए राइट्स इश्यू के ज़रिये पैसे जुटाने का फ़ैसला किया है। राइट्स इश्यू का मतलब है बैंक अपने पुराने शेयर धारकों को और शेयर खरीदने का अवसर देगा, जिससे कंपनी को फंड मिलेगा। इस इश्यू का दाम, कितना शेयर मिलेगा और रिकॉर्ड डेट क्या होगी, यह तय करने के लिए अगली बैठक 8 अक्टूबर को होगी।
वित्तीय प्रदर्शन
बैंक का वित्तीय प्रदर्शन पिछले कुछ समय से कमजोर रहा है। साल 2025 की तीसरी तिमाही में बैंक को 168 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। उसके बाद चौथी तिमाही में बैंक को केवल 3 करोड़ का मुनाफा हुआ। साल 2025 की जून तिमाही में फिर से 239 करोड़ का भारी नुकसान हुआ। इन नुकसानों के कारण बैंक की कुल पूंजी में भी गिरावट आई है। जून तिमाही के आखिर में बैंक की कुल नेट वर्थ 2,975 करोड़ रुपये से घटकर 2,739 करोड़ रुपये रह गई, यानि लगभग 8% की कमी आई।
तिमाही रिपोर्ट
बैंक की आमदनी से होने वाला नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) भी इस तिमाही में घट गया। पिछले तिमाही की तुलना में NIM में 0.5% की कमी हुई। बैंक की कर्ज वसूली लागत बढ़कर 8.5% हो गई, जब कि पिछले तिमाही में ये 4.7% थी।
बैंक की कलेक्शन एफिशिएंसी, यानी लोन वसूली की दर भी घटकर 82% रह गई। पहले यह 86% थी। इसके साथ ही बैंक का ग्रॉस एनपीए, यानी कुल खराब लोन, बढ़कर 11.4% हो गया। मार्च में यह 9.4% था। नेट एनपीए भी 4.8% से बढ़कर 5% हो गया है। बैंक का लोन बुक तिमाही दर तिमाही 2.2% कम हुआ, वहीं डिपॉजिट में भी 0.4% की गिरावट आई है।
शेयरों प्रदर्शन
शुक्रवार को Utkarsh Small Finance Bank के शेयर 3.7% की बढ़त के साथ 21.75 रुपये पर बंद हुए। मगर एक साल पहले के मुक़ाबले शेयर मूल्य अब भी 50% से ज्यादा टूट चुका है। बैंक का शेयर अपने 52 हफ्तों के सबसे ऊँचे स्तर 46.39 रुपये से काफी नीचे है और आईपीओ प्राइस 25 रुपये से भी कम है।
इस तरह बैंक को वित्तीय मोर्चे पर काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। निवेशकों और ग्राहकों दोनों को आगे की खबरों का इंतजार है, खासकर जब नई फंडिंग आने की उम्मीद हो।